सीधे कॉन्टेंट पर जाएं

शिक्षक, पढ़ाने के तौर-तरीकों में बदलाव ला रहे हैं. वे हाई स्कूल के छात्र-छात्राओं के साथ मिलकर पढ़ने-पढ़ाने के लिए, टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाले लोगों का समुदाय बना रहे हैं

इंस्टिट्यूटो कंपेचानो के शिक्षक अपने छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए, सालों पुराने तौर-तरीकों का इस्तेमाल नहीं करना चाहते थे. उन्होंने अपने छात्र-छात्राओं के लिए, लेसन के कॉन्टेंट को दिलचस्प बनाने की कोशिश की. Chromebook और Google Workspace for Education इस्तेमाल करने के लिए, जो ट्रेनिंग उन्हें दी गई उसकी मदद से उन्होंने लोगों को यह दिखाया कि पढ़ाई करना भी मजे़दार और दिलचस्प हो सकता है.

हल

शिक्षक, डेविड फ़ुएंतिस का मानना है कि Mexico के स्कूल-कॉलेज में पढ़ने-पढ़ाने के तरीकों में बदलाव होना चाहिए. इसके लिए, उन्होंने सबसे पहले अपने तरीकों में बदलाव लाने का फ़ैसला लिया. डेविड की मां भी एक बहुत अच्छी शिक्षिका थीं, जो अपने काम के प्रति काफ़ी समर्पित थीं. शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोग आज भी उनका काफ़ी सम्मान करते हैं. डेविड की पढ़ाई और उनके शिक्षक बनने के फ़ैसले पर काफ़ी हद तक उनकी मां का प्रभाव रहा है. हालांकि, वे कहते हैं कि वे बहुत होनहार छात्र नहीं थे और उन्हें गणित पढ़ने में कोई दिलचस्पी नहीं थी. आज जब वे बच्चों को गणित पढ़ाते हैं, तो समझ पाते हैं कि जो परेशानी इस विषय में उन्हें होती थी वही बच्चों को भी हो रही है. वे मानते हैं कि विज्ञान और गणित कभी-कभी बच्चों को बहुत कठिन लगते हैं और उन्हें इनसे डर लगने लगता है. इस वजह से, बच्चों के लिए इन विषयों को समझना ज़्यादा मुश्किल हो जाता है. उनका यह भी मानना है कि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते समय हो सकता है कि बच्चों का ध्यान कभी-कभी पढ़ाई से थोड़ा भटक जाए, लेकिन फिर भी इसके इस्तेमाल से छात्र-छात्राओं को सीखने के कई नए अवसर मिलते हैं. ऐसा इसलिए, क्योंकि टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से बेहतर, दिलचस्प, इंटरैक्टिव, और डाइनैमिक कॉन्टेंट बनाया जा सकता है. साथ ही, पढ़ाई में छात्र-छात्राओं की रुचि बढ़ाने में मदद मिलती है और हम उन्हें आसानी से सुझाव या राय दे पाते हैं. अब समय है कि शिक्षक अपने कॉन्टेंट को बेहतर बनाने के लिए, टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल शुरू करें.

टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल सिखाने वाले शिक्षक

स्कूल में Google Workspace का इस्तेमाल शुरू होने से पहले ही डेविड को Google के टूल के बारे में पता था. जब उन्हें लगा कि बच्चे इनकी मदद से आसानी से सीख सकते हैं, तब उन्होंने अपनी कक्षा में My Maps, Docs, और Gmail का इस्तेमाल करने का फ़ैसला लिया: " मैं गणित पढ़ाता हूं और मेरे लिए यह ज़रूरी है कि मैं कॉन्टेंट को दिलचस्प बनाऊं, ताकि यह बच्चों को अच्छे से समझ आए और वे टेक्नोलॉजी इस्तेमाल करने में दिलचस्प लें. शिक्षकों के लिए कक्षा में बच्चों को पढ़ाना एक काम है और पढ़ाने के लिए बेहतर कॉन्टेंट तैयार करना एक अन्य काम. एक बेहतर कॉन्टेंट बनाने के लिए ज़रूरी है कि आपकी इसमें दिलचस्पी हो. हालांकि, मुझे हमेशा से लगता था कि पढ़ाने के तरीकों को और बेहतर बनाने की ज़रूरत है. खास तौर पर इसलिए, क्योंकि मैं समझ सकता हूं कि गणित की कक्षा में मन न लगने पर वह कितनी उबाऊ लगने लगती है और ऐसा होना बच्चों के लिए कितना नुकसानदेह है." इंस्टिट्यूटो कंपेचानो में Chromebook का इस्तेमाल शुरू होने से पहले, पढ़ाने के लिए सालों पुराने तौर-तरीके ही इस्तेमाल किए जाते थे. हर शिक्षक अपनी कक्षा के लिए कॉन्टेंट तैयार करता था. कुछ शिक्षक, टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते थे, कुछ नहीं करते थे. हालांकि, जब स्कूल को Chromebook डिवाइस मिले, तब स्कूल और शिक्षकों को मौका मिला, शिक्षकों का एक ऐसा समुदाय बनाने का जो पढ़ने-पढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता हो. शिक्षक कहते हैं कि यह प्रोग्राम काफ़ी सफल रहा. स्कूल में पढ़ाने के तरीकों में हुए इन बदलावों का हिस्सा बनकर और इन डिवाइसों की मदद से, साथ मिलकर काम करके उन्हें बहुत अच्छा लगा. इनकी वजह से, न सिर्फ़ पढ़ने-पढ़ाने के तौर-तरीके बदले, बल्कि शिक्षकों के लिए लेसन प्लान करना और उन्हें दिलचस्प बनाना भी आसान हुआ.

इंस्टिट्यूटो कंपेचानो में शोध पद्धति और दर्शनशास्त्र की शिक्षिका, मारिया होसे मार्टिनेज़ लोपेज़ का मानना है कि इस प्रोग्राम की मदद से, शिक्षकों को Google के टूल का इस्तेमाल सीखने का मौका मिला है. इससे, वे उनका इस्तेमाल करके अपने काम आसानी से कर सकते हैं. उनके मुताबिक, इससे सबसे बड़ा फ़ायदा यह हुआ है कि पढ़ाई के लिए कागज़ के इस्तेमाल में कमी आई है. अब स्कूल में Google Workspace और Chromebook डिवाइसों का इस्तेमाल शुरू होने के बाद से ज़्यादातर परीक्षाएं, असाइनमेंट, और गतिविधियां ऑनलाइन होती हैं. इसकी वजह से कागज़ का इस्तेमाल कम होता है. अब सब कुछ ऑनलाइन होता है. शिक्षक और छात्र-छात्राएं बेहतर तरीके से एक-दूसरे से कम्यूनिकेट करने के लिए, Google Classroom की सुविधाओं का इस्तेमाल करते हैं. इसकी मदद से समय की बचत होती है. इससे, परीक्षाओं में छात्र-छात्राओं के नतीजे भी बेहतर आए हैं.

"मैं असाइनमेंट और वीडियो अपलोड करने के लिए, अपने पसंदीदा टूल Classroom का इस्तेमाल करती हूं. साथ ही, इसकी मदद से ही मैं परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन भी कर पाती हूं. इसका इस्तेमाल करके मेरा काम काफ़ी आसान हुआ है. इसकी मदद से, मैं स्कूल के कई काम घर बैठे कर सकती हूं. जैसे, प्रोजेक्ट, प्रज़ेंटेशन, और क्विज़ पर छात्र-छात्राओं की प्रोग्रेस ट्रैक करना और उन्हें सुझाव देना".

मारिया होसे मार्टिनेज़ लोपेज़, शोध पद्धति और दर्शनशास्त्र की शिक्षिका, इंस्टिट्यूटो कंपेचानो

फ़ायदे

Google Workspace में शामिल सभी सुविधाओं का इस्तेमाल
इंस्टिट्यूटो कंपेचानो के शिक्षक अपनी कक्षाओं में Google Workspace की सुविधाओं का इस्तेमाल करते हैं. इनसे, उन्हें काफ़ी मदद मिली है: "मुझे बच्चों को भूगोल पढ़ाने के लिए, My Maps का इस्तेमाल करना पसंद है. मैं अक्सर इसका इस्तेमाल करता हूं. Google Calendar की मदद से मेरे लिए दूसरे शिक्षकों के साथ की मीटिंग या स्कूल मीटिंग की जानकारी रखना काफ़ी आसान हो जाता है. इसके अलावा, मीटिंग सेट अप करना, अपॉइंटमेंट बुक करना या इसके लिए स्लॉट सेट अप करना, और किसी से बातचीत करना बहुत आसान हो जाता है. मुझे Google Sheets और Google Docs भी बहुत पसंद हैं. हम अपने ज़्यादातर प्रोजेक्ट में इनका इस्तेमाल करते हैं. इनके साथ ही, मैं Google Classroom का इस्तेमाल भी करता हूं, जिसकी मदद से हम स्कूल के सभी काम आसानी से कर पाते हैं." डेविड फ़ुएंतिस, गणित के शिक्षक.

बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना और जीवन में आने वाली समस्याओं का सामना करने के लिए तैयार करना
शिक्षकों ने ऐसे डिवाइसों की अहमियत समझी जिनका इस्तेमाल करके पढ़ने-पढ़ाने के तरीकों को बेहतर बनाया जा सकता है. साथ ही, बच्चों को उन डिवाइसों का इस्तेमाल करने के लिए बढ़ावा दिया. अब बच्चे न सिर्फ़ टूल और ऐप्लिकेशन का आसानी से इस्तेमाल कर रहे हैं, बल्कि नए-नए विचार शेयर कर रहे हैं और कई नए ऐप्लिकेशन के इस्तेमाल का सुझाव भी दे रहे हैं. अब वे काफ़ी आत्मनिर्भर हैं और अपने काम की जानकारी खोज सकते हैं. ऐसा करने से, वे बेहतर तरीके से सीख पाते हैं. शिक्षकों को उनकी सबसे अहम भूमिका के लिए सराहना भी मिलती है: एक शिक्षक के लिए यह पता होना ज़रूरी है कि उसकी कक्षा में क्या हो रहा है. साथ ही, वह इस बात को समझे कि एक बेहतर कक्षा वही है जिसमें बच्चों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जाए, ताकि वे अपने ज्ञान और सोचने-समझने के कौशल का इस्तेमाल करके, आने वाले समय की चुनौतियों का समाधाना निकाल सकें और उनके लिए रणनीतियां बना सकें.

शिक्षकों का प्रोफ़ेशनल डेवलपमेंट
Google for Education के टूल का इस्तेमाल, पूरे राज्य में ऐसे कई स्कूलों के शिक्षकों ने शुरू किया जो कक्षाओं में पढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना चाहते थे. इसकी मदद से, कई शिक्षक अपने छात्र-छात्राओं के लिए दिलचस्प कॉन्टेंट बना रहे हैं. कंपेचे के स्कूलों में पढ़ने-पढ़ाने को और बेहतर बनाने में टेक्नोलॉजी की अहम भूमिका रही है.

नतीजे

साल 2017 में, कंपेचे की सरकार ने, राज्य के 11 शहरों के 24 स्कूलों में "अपरेंदर एन ग्रांदे" प्रोग्राम शुरू किया. इसके तहत, इंस्टिट्यूटो कंपेचानो में पढ़ने वाले सभी छात्र-छात्राओं को, Chromebook डिवाइस दिए गए, ताकि वे बेहतर तरीके से पढ़ाई कर सकें. इस प्रोजेक्ट की सबसे अहम बात यह थी कि स्कूल के मैनेजमेंट और शिक्षकों ने इसमें दिलचस्पी ली. आज, कंपेचे के स्कूलों में पढ़ने वाले 15,000 से ज़्यादा छात्र-छात्राओं के पास Chromebook डिवाइस हैं. इस प्रोग्राम के शुरू होने से पहले, कई छात्र-छात्राओं ने इस तरह की टेक्नोलॉजी कभी इस्तेमाल नहीं की थी. उनके लिए, टेक्नोलॉजी और इंटरनेट, गैजेट और डिजिटल कॉन्टेंट का इस्तेमाल एक नया और अलग अनुभव था, जिसने उनके नज़रिए को बदला. टेक्नोलॉजी का ऐक्सेस आसान होने से, उन्हें अपने डेवलपमेंट और काम के बेहतर अवसर मिले. राज्य सरकार की तरफ़ से दिए गए डिवाइसों का इस्तेमाल करके, शिक्षक भी पढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर पाए. इससे शिक्षकों के पढ़ाने के तरीकों में काफ़ी बदलाव आया है. छात्र-छात्राओं को असाइनमेंट देने और उनके किए असाइनमेंट पाने के साथ ही उनसे कम्यूनिकेट करने के लिए भी नए तरीके अपनाए जा रहे हैं. टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल ने शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार की भूमिका को लेकर हमारी सोच को पूरी तरह बदल दिया है.

अगले चरण
इंस्टिट्यूटो कंपेचानो में Google for Education के इस्तेमाल से मिले नतीजों से, शिक्षक डेविड फ़ुएंतिस को शिक्षा के क्षेत्र का भविष्य बेहतर दिखने लगा है: "मुझे उम्मीद है कि इस प्रोग्राम से अन्य राज्यों के स्कूल भी जुड़ेंगे और एक दिन हम सब अपने स्कूल में इस तरह की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेंगे. टेक्नोलॉजी एक कारगर ज़रिया है और मुझे उम्मीद है कि जल्द ही न सिर्फ़ मेक्सिको के, बल्कि हर देश के शिक्षक अपनी कक्षाओं में इसका इस्तेमाल करेंगे."

शिक्षकों की तरफ़ से शिक्षकों के लिए

इंस्टिट्यूटो कंपेचानो के शिक्षकों के सुझाव:

"Google Workspace का इस्तेमाल न करने वाले शिक्षक, ऐसी बहुत सारी सुविधाओं से अनजान हैं जिनकी मदद से न सिर्फ़ उनका रोज़ का काम आसान हो सकता है, बल्कि पढ़ने-पढ़ाने को भी और दिलचस्प बनाया जा सकता है. मैं चाहता हूं कि ज़्यादा से ज़्यादा शिक्षक इसका इस्तेमाल करें, क्योंकि इसमें आपको बहुत सारी सुविधाएं मिलती हैं. साथ ही, इसके टूल के इस्तेमाल से आपका काम काफ़ी आसान हो जाता है". -डेविड फ़ुएंतिस, इंस्टिट्यूटो कंपेचानो में गणित के शिक्षक.

"मैं बाकी शिक्षकों को भी सलाह देना चाहती हूं कि Google के टूल और Chromebook डिवाइसों का इस्तेमाल करके अपना काम आसान बनाएं. शुरुआत में यह थोड़ा मुश्किल लग सकता है, लेकिन जब आप रोज़ इनका इस्तेमाल करने लगते हैं, तब सब कुछ आसान हो जाता है. कुछ नया करने या सीखने का मतलब है, अपने ज्ञान का नए और बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना." मारिया होसे मार्टिनेज़ लोपेज़, इंस्टिट्यूटो कंपेचानो में शोध पद्धति और दर्शनशास्त्र की शिक्षिका.

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