शिक्षा का भविष्य
Google for Education की टीम ने अपने रिसर्च पार्टनर Canvas8 के साथ मिलकर, शिक्षा के भविष्य के बारे में 24 देशों में स्टडी की. इस स्टडी से, तीन हिस्सों में तैयार की गई ग्लोबल रिपोर्ट में, दुनिया भर से मिली अहम जानकारी शामिल है.
अमेरिकन इंस्टिट्यूट फ़ॉर रिसर्च (AIR) नाम की एक ग्लोबल और गैर-लाभकारी संस्था ने सलाहकार के तौर पर इस रिसर्च में काम किया.
भविष्य की तैयारी
शिक्षक, छात्र-छात्राओं को मानसिक तौर पर तैयार होने और नए कौशल सीखने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. इससे छात्र-छात्राएं बड़े बदलावों का सामना कर पाएंगे. हमने जिन शिक्षा विशेषज्ञों से बातचीत की उन्होंने हमें बताया कि वे शिक्षा की भूमिका में बदलाव के बारे में, क्या और क्यों सोच रहे हैं.
इसमें क्या-क्या शामिल है
वैश्विक समस्या हल करने वाले लोगों की मांग बढ़ना
काम के लिए, बदलती टेक्नोलॉजी के हिसाब से कौशल सीखने की ज़रूरत
हमेशा सीखते रहने वाली सोच की ओर झुकाव बढ़ना
सीखने-सिखाने के तरीकों को बेहतर बनाना
पता लगाएं कि टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विकास होने से, सीखने-सिखाने के बारे में हमारे नज़रिए पर किस तरह असर हुआ है. इसमें वन-टू-मेनी मॉडल से लेकर अलग-अलग लोगों की ज़रूरतों के मुताबिक, सीखने-सिखाने से जुड़ी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी शामिल है.
इसमें क्या-क्या शामिल है
सीखने-सिखाने के तरीके को व्यक्ति की ज़रूरत के आधार पर तैयार करना
सीखने-सिखाने के तरीके को नए सिरे से तैयार करना
शिक्षकों की भूमिका में बदलाव
लर्निंग इकोसिस्टम की नए सिरे से प्लानिंग करना
देखें कि किस तरह एजुकेटर बदलाव के लिए ज़्यादा व्यवस्थित तरीके अपना रहे हैं. इसके लिए, वे छात्र-छात्राओं की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए शिक्षा व्यवस्था के बारे में नए सिरे से सोच रहे हैं.
इसमें क्या-क्या शामिल है
सीखने के माहौल को बेहतर बनाना
डेटा उपलब्ध कराकर शिक्षकों को सशक्त बनाना
छात्र-छात्राओं की प्रोग्रेस का नए सिरे से आकलन करना
अपने क्षेत्र की रिपोर्ट देखें
आपके स्थानीय क्षेत्र से जुड़ी उन इनसाइट के बारे में जानें जो शिक्षा के भविष्य को संवारने में मदद करती हैं
रिपोर्ट कैसे तैयार की गई
इस रिपोर्ट में, शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले विशेषज्ञों के साथ हुई बातचीत से मिली अहम जानकारी को शामिल किया गया है. इन विशेषज्ञों में, नीति विशेषज्ञ, शिक्षा के क्षेत्र में शोध करने वाले लोग, ज़िला-स्तर के प्रतिनिधि, स्कूल के प्रिंसिपल-शिक्षक, और शिक्षा से संबंधित टेक्नोलॉजी पर काम करने वाले लोग शामिल हैं.
- 94
- शिक्षा के क्षेत्र के विशेषज्ञ
- 24
- देश
- 2
- साल में शिक्षा से जुड़ी किताबों, जर्नल वगैरह पर विशेषज्ञों की समीक्षा
“अब ऐसे लोगों की ज़रूरत है जो मानसिक तौर पर मज़बूत हों और किसी भी तरह के बदलाव के लिए तैयार हों. शिक्षकों की भूमिका अब सिर्फ़ सीखने-सिखाने तक सीमित नहीं होगी. उन्हें बच्चों के सामाजिक और भावनात्मक विकास के साथ-साथ उनमें बुनियादी और तर्कसंगत सोच को भी बढ़ावा देना होगा.”
सिल्विया श्मेलकेस, मेक्सिको की यूनिवर्सिदाद लाइबेरियोअमेरिकाना में रिसर्चर
“हमें अपनी युवा पीढ़ी को ऐसे कौशल सिखाने होंगे जो किसी एक क्षेत्र के लिए सीमित न हो, बल्कि अलग-अलग सेक्टर में काम आ सकें. जैसे: साथ मिलकर काम करना, नेतृत्व करने का कौशल वगैरह. इससे, वे ज़रूरत होने पर कंपनी के साथ अपना फ़ील्ड भी स्विच कर पाएंगे. इसके साथ ही, हमें उन्हें अपने कौशल को बदलते माहौल के हिसाब से अप-टू-डेट रखना भी सिखाना होगा.”
वैलरी हैनन, को-फ़ाउंडर, इनोवेशन यूनिट, यूनाइटेड किंगडम
“शिक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी की पावर [बदलाव लाने वाली एक बड़ी शक्ति है], सीखने के प्लैटफ़ॉर्म के साथ ही, एजुकेटर की भूमिका और उनके तौर-तरीकों को भी बदल रही है. अब शिक्षक की भूमिका सिर्फ़ सीखने-सिखाने तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें एक अच्छा कोच, बेहतरीन मेंटॉर, सामाजिक कार्यकर्ता, और करियर के मामले में अच्छा सलाहकार बनना होगा.”
अन्द्रेयास स्लायकर, आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) में एजुकेशन और स्किल के ग्लोबल डायरेक्टर और एजुकेशन पॉलिसी के लिए, सेक्रेटरी-जनरल के विशेष सलाहकार
टीचिंग फ़ॉर टुमॉरो
YouTube पर Google for Education की इस नई सीरीज़ में, भविष्य की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए विशेषज्ञों की चर्चा दिखाई गई है.
टीचिंग फ़ॉर टुमॉरो का ट्रेलर
अगले 5-10 सालों में शिक्षा व्यवस्था कैसी हो सकती है? हमारी नई YouTube सीरीज़ टीचिंग फ़ॉर टुमॉरो का ट्रेलर देखें. इस सीरीज़ में सीखने-सिखाने से लेकर डिजिटल साक्षरता जैसे कई विषयों पर विशेषज्ञों से मिली खास जानकारी दिखाई गई है.
टोनी वेगनर के साथ टीचिंग फ़ॉर टुमॉरो
लर्निंग पॉलिसी इंस्टिट्यूट के सीनियर रिसर्च फ़ैलो, डॉक्टर ऑफ़ एजुकेशन टोनी वेगनर का वीडियो देखें. इसमें उन्होंने उन कौशल के बारे में बताया है जो आने वाले समय में छात्र-छात्राओं के पेशेवर जीवन में ज़रूरी होंगे. साथ ही, उन्होंने शिक्षा से जुड़ी टेक्नोलॉजी वगैरह के बारे में भी जानकारी दी है.